पश्चिम बंगाल में चुनावी बुगल बज चुका है और सियासी का संग्राम छिड़ गया है
चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही सूबे का माहौल बदल चुका है. राजनीतिक दल तीर-कमानों के साथ मैदान में उतर चुके हैं. राज्य में टीएमसी के ऊपर बीजेपी पूरी तरह से हावी है, मगर सिर्फ एक अदद चेहरे की कमी उसके खलती है. बीते दिनों तक इसका फायदा लेने में टीएमसी भी पीछे नहीं रही. इस कमी के चलते बीजेपी पर टीएमसी हमला करते हुए कहती है कि बंगाल को अपनी बेटी चाहिए
मगर अब बंगाल की लड़ाई में नया मोड़ आ गया है. राज्य की चुनावी लड़ाई ‘बुआ vs बेटी’ की जंग में बदल गई है. टीएमसी के ‘बंगाल को चाहिए अपनी बेटी’ के जवाब में बीजेपी ने ‘नवरत्नों’ का सहारा ले लिया है और कह डाला है कि अब ‘बंगाल में बेटी चाहिए, बुआ को नहीं.’ यहां बीजेपी ने ममता को बुआ बताया है
ममता बनर्जी के रूप में टीएमसी का चेहरा आगे रहा है, मगर अब इसके जवाब में बीजेपी ने बंगाल बीजेपी की महिला नेत्रियों को आगे कर दिया है. बीजेपी की बंगाल इकाई ने अपनी 9 महिला नेताओं का ट्विटर पर एक पोस्टर जारी किया है. पोस्टर में बीजेपी ने ममता को बुआ के तौर पर पेश किया है. साथ ही लिखा है, ‘बंगाल को अपनी बेटी चाहिए, बुआ नहीं.’ इतना ही नहीं, बीजेपी ने पोस्टर में बंगाली भाषा के पिशी शब्द का इस्तेमाल किया है. आपको बता दें कि ‘पिशी’ वह शब्द है, जिसका उपयोग ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ ‘पिशी-भायपो’ के रूप में बीजेपी करती है.