
कोलकाता (पश्चिम बंगाल):
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में मंगलवार सुबह तड़के बैरकपुर के पास स्थित एक रसायन फैक्टरी में भीषण आग लग गई।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के इलाकों में धुआं फैल गया।
दमकल विभाग की 15 गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए मौके पर भेजी गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आग लगने का पता सुबह करीब 5 बजे चला।
आग लगने की सूचना और राहत कार्य शुरू
एक पुलिस अधिकारी ने बताया —
“स्थानीय लोगों ने सबसे पहले फैक्टरी से धुआं उठता देखा और पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद तुरंत दमकल विभाग को अलर्ट किया गया।”
करीब आधे घंटे के भीतर बैरकपुर, नैहाटी और डुम डुम से फायर टेंडर बुलाए गए।
फिलहाल आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं।
दमकल अधिकारियों के अनुसार,
फैक्टरी में ज्वलनशील रसायन (Inflammable Chemicals) रखे गए थे,
जिसके कारण आग तेजी से फैल गई।
फैक्टरी में विस्फोट जैसी आवाजें सुनाई दीं
स्थानीय निवासियों ने बताया कि आग लगने के कुछ देर बाद
फैक्टरी से तेज धमाके जैसी आवाजें सुनाई दीं।
संभावना है कि यह रासायनिक पदार्थों के गर्म होने से हुए मामूली विस्फोट थे।
“हमने सुबह 5:15 बजे तेज धमाका सुना और देखा कि फैक्टरी से धुआं निकल रहा था।
कुछ ही मिनटों में पूरी इमारत आग की लपटों में घिर गई,”
— स्थानीय निवासी सुब्रत भट्टाचार्य ने बताया।
दमकल विभाग ने इलाके को घेरा, लोगों को दूर रहने की अपील
आग के बढ़ते खतरे को देखते हुए
दमकल विभाग ने फैक्टरी के आसपास 200 मीटर का दायरा खाली करा दिया है।
पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर
लोगों से सुरक्षा दूरी बनाए रखने की अपील की है।
फायर ब्रिगेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा —
“फैक्टरी के अंदर कई रसायन कंटेनर हैं।
अगर ये फट गए तो नुकसान बढ़ सकता है।
हमारी प्राथमिकता आग को फैलने से रोकना है।”
फैक्टरी कर्मचारियों की स्थिति और संभावित नुकसान
अब तक किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।
हालांकि दमकल विभाग ने बताया कि
कुछ कर्मचारी रात की शिफ्ट में फैक्टरी में मौजूद थे,
जिन्हें समय रहते बाहर निकाल लिया गया।
फैक्टरी में रखा गया कच्चा माल और उपकरण पूरी तरह जलकर राख हो गए हैं।
प्राथमिक अनुमान के मुताबिक, कई लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
“हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
फिलहाल प्राथमिकता आग पर नियंत्रण और आसपास की सुरक्षा है,”
— जिले के एसपी (North 24 Parganas) ने कहा।
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही
जिला प्रशासन और राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (SDRF) की टीम
मौके पर पहुंच गई है।
दमकल कर्मियों को रासायनिक गैसों से सुरक्षा के लिए विशेष सूट उपलब्ध कराए गए हैं।
कोलकाता से वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी भी निरीक्षण के लिए पहुंचे हैं।
प्रारंभिक जांच: शॉर्ट सर्किट से लगी आग की आशंका
दमकल विभाग ने प्रारंभिक जांच में अनुमान लगाया है कि
शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग लगी हो सकती है।
हालांकि, फैक्टरी में सुरक्षा उपकरणों की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठ रहे हैं।
“फैक्टरी में फायर अलार्म और स्प्रिंकलर सिस्टम सही तरह से काम नहीं कर रहे थे,”
— एक दमकल अधिकारी ने बताया।
बैरकपुर के औद्योगिक इलाके में यह तीसरी बड़ी घटना
उत्तर 24 परगना के औद्योगिक क्षेत्र में
यह पिछले छह महीनों में तीसरी बड़ी आग की घटना है।
इससे पहले जून और सितंबर 2025 में भी
दो फैक्ट्रियों में इसी तरह की आग लग चुकी थी।
स्थानीय पर्यावरण कार्यकर्ता प्रो. तपन दे ने कहा —
“इन औद्योगिक इलाकों में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है।
सरकार को सख्त निरीक्षण की जरूरत है।”
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. बैरकपुर में आग कब लगी?
A1. मंगलवार सुबह करीब 5 बजे रसायन फैक्टरी में आग लगी।
Q2. कितनी दमकल की गाड़ियां मौके पर हैं?
A2. आग बुझाने के लिए कम से कम 15 फायर टेंडर लगाए गए हैं।
Q3. क्या किसी की मौत हुई है?
A3. फिलहाल किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।
Q4. आग लगने की वजह क्या है?
A4. प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई गई है।
Q5. क्या फैक्टरी में सुरक्षा इंतजाम थे?
A5. रिपोर्ट्स के अनुसार, फायर अलार्म और स्प्रिंकलर सिस्टम काम नहीं कर रहे थे।
Q6. क्या आग पर काबू पा लिया गया है?
A6. दमकल विभाग के मुताबिक, आग पर आंशिक रूप से नियंत्रण पा लिया गया है, लेकिन कूलिंग का काम जारी है।
🔗 External Source: Fire & Emergency Services, Government of West Bengal