सीवान, बिहार:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 अक्टूबर 2025 को सीवान जिले के रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। यह इलाका पूर्व बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का पारंपरिक गढ़ माना जाता है, जहां इस बार राजद ने शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को मैदान में उतारा है।
सभा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने तीखा प्रहार करते हुए कहा,
“यह उम्मीदवार अपनी पारिवारिक आपराधिक पृष्ठभूमि के कारण देशभर में बदनाम है। नाम को देख लीजिए — जैसा नाम, वैसा काम।”
🗣️ विपक्ष पर हमला और सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख
योगी ने अपने भाषण में बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का गौरवपूर्ण उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह धरती नालंदा विश्वविद्यालय, चाणक्य, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, और कर्पूरी ठाकुर जैसी महान विभूतियों की भूमि है।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि —
“आखिर कौन लोग हैं जिन्होंने इस गौरवशाली भूमि को युवाओं के बीच पहचान के संकट में डाल दिया?”
योगी ने स्पष्ट कहा कि यह चुनाव अराजकता और अपराध के प्रतीक तत्वों के खिलाफ निर्णायक संघर्ष है।
🚜 एनडीए सरकार की उपलब्धियों का बखान
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते दो दशकों की उपलब्धियों को गिनाया।
उन्होंने कहा —
“आज बिहार का चेहरा बदल रहा है। यह वही भूमि है जो कभी जंगलराज के लिए जानी जाती थी, अब विकास की गंगा बहा रही है।”
उन्होंने बताया कि एनडीए की डबल इंजन सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण, अपराधियों के सफाए और विकास की नई ऊंचाइयों के लिए प्रतिबद्ध है।
🛕 राजद को बताया राम मंदिर विरोधी
योगी आदित्यनाथ ने मंच से कहा कि राजद आज भी अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण का विरोध करता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीतामढ़ी और आसपास के क्षेत्रों में मां जानकी मंदिर निर्माण प्रस्ताव पर भी राजद की असहमति साफ दिखाई देती है।
“जो राम के नहीं, वह देश के नहीं।” — योगी आदित्यनाथ
🚜 बुलडोजर और अपराध पर जीरो टॉलरेंस
सभा में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला — सभा स्थल पर पहले से ही बुलडोजर मौजूद था।
योगी ने इसे अपराध पर कार्रवाई का प्रतीक बताते हुए कहा —
“बिहार में डबल इंजन की सरकार अपराधियों पर बुलडोजर चलाएगी और विकास के रास्ते को और चौड़ा करेगी।”
उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे एनडीए उम्मीदवार को भारी मतों से जीत दिलाएं ताकि बिहार में विकास और सुरक्षा की गारंटी जारी रहे।
📊 सीवान की सियासी जंग
सीवान जिले की राजनीतिक स्थिति इस बार चुनौतीपूर्ण है।
2011 की जनगणना के अनुसार, यहां मुस्लिम मतदाताओं की हिस्सेदारी 18% से अधिक है।
2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को 8 में से केवल 2 सीटों पर सफलता मिली थी — दुरौंधा और गोरेयाकोठी।
बाकी सीटें महागठबंधन के पास गई थीं —
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राजद: 3 सीटें
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सीपीआई (एमएल) लिबरेशन: 2 सीटें
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कांग्रेस: 1 सीट
इस बार रघुनाथपुर सीट पर राजद ने ओसामा शहाब को टिकट देकर नया समीकरण बनाया है। वहीं एनडीए इस सीट को जीतकर शहाबुद्दीन के गढ़ में सेंध लगाने की रणनीति पर काम कर रहा है।
📢 निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ की यह रैली स्पष्ट रूप से एक राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन थी, जिसमें विकास, सांस्कृतिक गौरव और अपराधमुक्त बिहार के संदेश को दोहराया गया।
“जैसा नाम वैसा काम” वाले बयान ने ओसामा शहाब और राजद दोनों पर निशाना साधा, वहीं बुलडोजर प्रतीक बना कानून व्यवस्था और सशक्त प्रशासन का।
🔗 बाहरी लिंक (External Source):
👉 NDTV Hindi – बिहार चुनाव कवरेज
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. योगी आदित्यनाथ ने सीवान में किस विषय पर भाषण दिया?
उन्होंने राजद और उसके उम्मीदवार ओसामा शहाब पर निशाना साधते हुए कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दे उठाए।
Q2. ओसामा शहाब कौन हैं?
ओसामा, आरजेडी नेता और पूर्व बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे हैं।
Q3. योगी ने “जैसा नाम वैसा काम” का बयान क्यों दिया?
यह व्यंग्य ओसामा शहाब के पारिवारिक आपराधिक इतिहास पर तंज था।
Q4. सभा में बुलडोजर का क्या महत्व था?
यह अपराध पर सख्त कार्रवाई और कानून व्यवस्था का प्रतीक था।
Q5. सीवान की राजनीतिक स्थिति क्या है?
एनडीए को पिछली बार 8 में से केवल 2 सीटें मिलीं, जबकि महागठबंधन ने 6 सीटें जीती थीं।
Q6. योगी आदित्यनाथ ने राजद को राम मंदिर विरोधी क्यों कहा?
क्योंकि उनके अनुसार, राजद ने अयोध्या और सीतामढ़ी में मंदिर निर्माण प्रस्तावों का विरोध किया था।
📌 अंत में:
योगी आदित्यनाथ की यह सभा बिहार चुनाव 2025 की सियासत में नई ऊर्जा लेकर आई है — जहां विकास बनाम वंशवाद का सीधा मुकाबला दिख रहा है।



