कानपूर शहर में फिलहाल 400 संक्रमित मरीज़
उत्तरप्रदेश के कानपूर शहर में पिछले हफ्ते सरकारी बालिका शेल्टर होम में रह रही 57 बालिकाओं को कोरोना संक्रमित पाया गया है। कोरोना संक्रमित मरीज़ो की बढ़ती संख्या से जूझते कानपूर शहर में, ये सरकारी बालिका शेल्टर होम कोरोना का नया हॉटस्पॉट बन गया है।
फिलहाल सभी 57 लड़कियों को कोविद-19 अस्पताल में इलाज़ के लिए भेज दिया गया है। शेल्टर होम के बाकी बचे लड़कियों और कर्मचारियों को, जिन्हे कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है, उन्हें क्वारंटाइन में भेज दिया गया है और शेल्टर होम को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
कानपूर के स्थानीय मीडिया के द्वारा इससे पहले ये भी रिपोर्ट दिया गया था की 57 लड़कियों में से जिन्हे कोरोना संक्रमित पाया गया है, उनमें से दो लड़कियाँ गर्भवती भी है जिसके बाद से शेल्टर होम के व्यवस्था पर सवाल उठ रहे थे।
हालांकि इन सब के बाद कानपूर के जिला मजिस्ट्रेट ने इस मामले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा की जिन 5 कोरोना संक्रमित लड़कियों को गर्भवती बताया जा रहा है, वो शेल्टर होम में दाखिल होने से पहले ही गर्भ से थी
जिला मजिस्ट्रेट ब्रह्म देव तिवारी ने कहा, “ये सभी 5 लड़कियों को अलग अलग जिले से चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के द्वारा शेल्टर होम में भेजा गया था। ये सारे केस पोस्को (Protection of Children from Sexual Offences) के अंदर आते है। जब इन्हे शेल्टर में दाखिल किया गया था ये उससे पहले से ही गर्भवती थी।”
पूरे उत्तरप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगभग 17,000 है जिमें से फिलहाल 6,000 एक्टिव केस है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से युपी में कोरोना से अब तक 507 मौत हो चुकी है।



