
चीन ने पोम्पिओ पर लगाया Cold War वाली सोच रखने का आरोप
चीन ने सोमवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ पर ‘बीत चुके शीत युद्ध’ वाली सोच रखने का आरोप लगाया जिन्होंने पश्चिमी स्वतंत्रताओं को चीन के खतरों को लेकर आगाह किया था। बर्लिन की दीवार ढहने की 30 वीं बरसी के मौके पर जर्मनी में पोम्पिओ ने कहा था कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ”अपने ही लोगों को कुचलने के लिए तरकीबों का इस्तेमाल करती हैं और पूर्वी जर्मनी के लोग इस भयावह स्थिति से रूबरू हो चुके हैं।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन को स्पष्ट कर दिया है कि उसे हांगकांग के संदर्भ में ”एक देश दो प्रणाली” नीति के प्रति ‘अपनी कटिबद्धता’ का सम्मान करना चाहिए। चीन ने पोम्पिओ पर चीनी सरकार पर ‘बेबुनियाद दुर्भावनापूर्ण हमले का आरोप लगाया।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने सोमवार (11 नवंबर) को नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिका के कुछ महत्वूपर्ण व्यक्तियों ने चीनी और विदेशी उपक्रमों के बीच वैचारिक दीवार खड़ी करने का प्रयास किया है।
गेंग ने पोम्पिओ पर निजी राजनीतिक लक्ष्यों की खातिर अमेरिकी लोगों के हितों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और उनसे अपने वैचारिक पूर्वाग्रह एवं बीत चुके शीत युद्ध के समय वाली सोच छोड़ने की अपील की। पोम्पिओ तब बर्लिन गये थे जब जर्मनी बर्लिन की दीवार ढहने की वर्षगांठ मनाने में जुटा था। बर्लिन की दीवार नौ नवंबर 1989 को ढहायी गयी थी और पूर्व में कम्युनिस्ट शासन खत्म हुआ था।
स्रोत-हिन्दुस्तान