
2 साल पहले साइफन के पूल में पड़ी थी दरार , लेकिन अधिकारियों ने कर दिया नजर-अंदाज ।
नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र सीमा से सटे सुपौल जिला अंतर्गत मेन केनाल नहर के 76 आरडी के समीप शनिवार को पानी के तेज दबाव के कारण साइफन टूट जाने के कारण आसपास के लोगों में अफरा तफरी का माहौल हो गया था।
नरपतगंज क्षेत्र के ठूठी, मधुरा पश्चिम, अंचरा सहित कई गांव के लोगों में दहशत का माहौल है। कई एकड़ भूमि में लगे फसल बर्बाद हो गया तो वहीं कई एकड़ भूमि में बालू भर गया है। घटना की सूचना पर विभागीय टीम स्थल पर पहुंचकर जांच में जुटी है।
ग्रेडिंग के जेई अश्वनी कुमार कर्ण ने बताया कि शनिवार को एफ़ सीडी के हिसाब से पानी का बहाव ठीक था। अगर केनाल में पानी अधिक होती है तो सुरसर नदी में स्किभ कर देते हैं। जेई ने बताया बर्ष 2020 भूकंप के बाद इस पुल में दरार पड़ गया था जिसको लेकर हमने विभाग को सूचना 2 वर्ष पूर्व ही दिया था। लेकिन विभाग इस बात को अनसुनी कर दिया था। पुल टूटने से सरकार की करोड़ों की क्षति हुई है। किसानों का कई एकड़ फसल बर्बाद भी हुई है।
इस संबंध में श्रीकांत शुक्ला सुप्रिडिंग इंजीनियर सिंचाई अंचल सहरसा ने बताया कि तत्काल काम शुरू कर दिया गया है। एनसीजीओ वॉच ग्रेबियन के द्वारा तत्कालीन 5 दिनों के अंदर काम करवाया जा रहा है। पुल का निर्माण रिकंस्ट्रक्शन कर रवि का पटवन के बाद किया जाएगा। आवागमन के लिए टेम्परोरी व्यवस्था की जा रही है ।
विभाग की टीम में जूनियर इंजीनियर पटना से मॉनिटरिंग टीम, कार्यपालक अभियंता,बीरपुर डिवीजन के संबंधित अधिकारी मौजूद थे।