
अररिया कारा में डेढ़ साल से बंद विचाराधीन कैदी की इलाज के अभाव में सदर अस्पताल में मौत
अररिया कारा में डेढ़ साल से बंद एक कैदी की इलाज के अभाव में मंगलवार की दोपहर सदर अस्पताल में मौत हो गई। मृतक राम निवास साह (45) जोगबनी टिकुलिया बस्ती का रहने वाला था।
वह डायबिटिज से पीड़ित था और 29 जनवरी को उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। अस्पताल से उसे 31 जनवरी को ही हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था और इसके लिए मेडिकल बोर्ड की भी सहमति मिल गई थी। लेकिन सुरक्षा गार्ड नहीं उपलब्ध नहीं होने के कारण कैदी को बाहर नहीं ले जाया गया और उसकी मौत हो गयी।
सितंबर 2018 में एनडीपीएस एक्ट में जोगबनी पुलिस ने टिकुलिया निवासी रामचन्द्र साह के पुत्र रामनिवास साह को गिरफ्तार किया था। कैदी वार्ड में मौजूद पुलिसकर्मी शव बाहर निकाल कर कमरे में बंद हो गये। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है । इधर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि विचाराधीन कैदी रामनिवास साह को 31 जनवरी को ही बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था। कैदी को बाहर इलाज के लिए जेल प्रशासन को ले जाना था।
बावजूद उसका इलाज चल रहा था और मंगलवार की दोपहर उसकी मौत हो गयी। वहीं जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि कैदी का हायर सेंटर ले जाने के लिए सुरक्षा गार्ड उपलब्ध नहीं हुआ। दो फरवरी को ही गार्ड के लिए पत्र लिखा गया था। मृतक विचाराधीन बंदी रामनिवास साह कई गंभीर रोगों से ग्रसित था। पूर्व में भी कई बार अस्पताल भेजा गया था।
इस तरह की जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। मामले को अपने स्तर से देखेंगे। किस स्तर पर चूक हुई है, इसका पता लगाया जाएगा। –
HINDUSTAAN