
बिहार में AIMIM को लगा बड़ा झटका, असदुद्दीन ओवैसी के दौरे से पहले दर्जनों नेताओं ने दिया इस्तीफा – BIHAR ASSEMBLY ELECTION 2025
किशनगंज में AIMIM पार्टी के दर्जनों नेताओं ने इस्तीफा दिया है. वो पूर्व विधायक तौसीफ आलम को टिकट देने से नाराज थे.
किशनगंज: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियां तैयारी में जुटी हुई हैं. इसी क्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ( AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी 3 मई को सीमांचल आ रहे हैं, लेकिन उनके दौरे से पहले बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र से दर्जनों नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है.
तौसीफ आलम को टिकट देने से भड़के कार्यकर्ता: मिली जानकारी के अनुसार कार्यकर्ता बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक तौसीफ आलम को टिकट देने से नाराज थे. तौसीफ आलम आलम बीते दिनों कांग्रेस छोड़कर AIMIM में शामिल हुए थे. बीते बुधवार को नाराज नेताओं ने बैठक कर सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की घोषणा की.
सभी ने सामूहिक रूप से दिया इस्तीफा: AIMIM युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव मासूम रजा के साथ-साथ बहादुरगंज प्रखंड अध्यक्ष तौसीफ आलम सहित अन्य नेताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस दौरान नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान और पार्टी सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की
”तौसीफ आलम 17 साल तक विधानसभा में रहे, लेकिन एक प्रश्न तक नहीं किया और ना ही उन्होंने हमारी तकलीफ को दूर करने का काम किया. आखिर ऐसे व्यक्ति को क्या सोचकर टिकट दे दिया गया. यह प्रदेश अध्यक्ष को बताना चाहिए”. मासूम रजा, प्रदेश सचिव, युवा प्रकोष्ठ
तौसीफ आलम को टिकट देने का विरोध: युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव मासूम रजा ने आगे बताया कि हम लोगों ने तौसीफ आलम का हमेशा विरोध किया, लेकिन उन्हीं को टिकट दे दिया गया. उन्होंने कहा कि टिकट मुझे नहीं देते, मेरी जगह किसी अन्य व्यक्ति को दे देते तो तकलीफ नहीं होती, लेकिन तौसीफ आलम को टिकट देकर बहुत गलत काम किया गया है.
”पार्टी नेतृत्व को लगता है कि कार्यकर्ताओं के बगैर ही चुनाव जीत जाएंगे, इसीलिए हम सभी इस्तीफा दे रहे हैं और आगे अन्य नेता भी इस्तीफा देंगे. बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र से किसी भी कीमत पर तौसीफ आलम को चुनाव जीतने नहीं देंगे”. तौसीफ आलम, बहादुरगंज प्रखंड अध्यक्ष
इस साल होंगे चुनाव: बता दें कि बिहार के लिए ये साल चुनावीं साल है. 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. चुनाव में जीत का परचम लहराने के लिए सभी राजनैतिक पार्टियां जनता और कार्यकर्ताओं को साधने में जुटी हुई हैं.