
नियमों को ताक पर चल रही ई रिक्शा
शहर में नियमों को ताक पर रख कर ई रिक्शा चालक सवारी ढ़ोते हैं। एक तो बिना निबंधन के सड़कों पर ई रिक्शा चल रहे हैं। वहीं सीट से ज्यादा पीछे व आगे सवारी बिठा कर पैसा कमाने की होड़ में लगे रहते हैं।
लेकिन इस ओर परिवहन विभाग का ध्यान नहीं जा रहा है। सुरक्षित सफर के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा एक सितम्बर से मोटर एक्ट में संशोधन कर नये क़ानून लागू किया गया है। नये कानून को सख्ती से लागू करने के बावजूद शहर में ई रिक्शा चालक यात्रियों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरतने में गुरेज नही कर रहे हैं। शहर में ई रिक्शा से सफर कर गंतव्य जगह में पहुंचना चाहते हैं तो सम्भल कर बैठा करें। क्योंकि सवारी के जान की चिंता किये बगैर ई रिक्शा चालक सड़कों पर गाड़ी दौड़ा रहे हैं। इन्हें सिर्फ अपनी जेबें भरने से मतलब रह गया है। जिस कारण शहर में आमलोग जोखिम भरा सफर करने को विवश हैं। क्षमता एवं मानक से अधिक आठ-आठ सवारियों को बैठाया जाता है। इसके अलावा टोटो में यात्री के साथ-साथ सामान भी लोड किया जाता है।सड़कों पर मनमुताबिक ई रिक्शा चालक सवारी ढ़ोते हैं। खासकर रात में चालकों द्वारा दस रुपये की जगह मनमाना भाड़ा भी वसूला जाता है।
HINDUSTAAN