पति ही निकला हत्या का आरोपी
तीसरी शादी व दहेज की लालच में पति महाबुल ने दूसरी पत्नी ताजेनूर की हत्या की
पत्नी ताजेनूर को घुमाने के बहाने बाहर ले जाकर गला दबाकर हत्या
पत्नी की हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपी महाबुल आलम दहेज की लालच में
तीसरी शादी करने के लिए दूसरी पत्नी ताजेनूर को रास्ते से हटाना चाहता था
इसलिए दूसरी पत्नी ताजेनूर की उसने हत्या कर की। यह खुलाशा पकड़े गये
आरोपी महाबुल आलम ने गुरूवार को पुलिस के पूछताछ में किया है। आरोपी
महाबुल की गिरफ्तारी के बाद हत्या की घटना का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया
है। बहादुरगंज पुलिस की यह बड़ी कामयाबी है। जानकारी के अनुसार10 सितंबर
2019 को कोचाधामन थाना क्षेत्र के मस्तान चौक के समीप 20 वर्षीय महिला
ताजेनूर की हत्या कर शव फेंके जाने के मामले का उभेदन करते हुए कोचाधामन
थाना की पुलिस ने दो आरोपियों को बुधवार की देर शाम किशनगंज बस स्टैंड के
समीप से गिरफ्तार किया। पकड़ा गया आरोपी महाबुल आलम व अब्दुल लतीफ बंगाल
के चाकुलिया (पं. बंगाल) पुअर का रहने वाला है। दोनो रिश्ते में
पिता-पुत्र है। 10 सितंबर को कोचाधामन थाना क्षेत्र के मस्तान चौक के
समीप महिला ताजेनूर का शव मिला था। शव मिलने के बाद एसपी कुमार आशीष के
निर्देश पर पुलिस घटना के उदभेदन में जुटी हुई थी। कोचाधामन थानाध्यक्ष
रंजन कुमार के नेतृत्व में पुलिस घटना के उदभेदन में जुटी हुई थी। मामले
में गिरफ्तार दोनो आरोपी सहित गुलजार, प्रताप अब्दुल वसीर सहित आठ लोगों
के विरूद्ध मामला दर्ज करवाया गया था।
तीसरी शादी के लिए की थी पत्नी की हत्या
गिरफ्तार आरोपी महाबुल दहेज के लिए तीसरी शादी करना चाहता था और इसी
उद्देश्य को लेकर उसने अपनी दूसरी पत्नी ताजेनूर को रास्ते से हटाने की
योजना बनाई। इसके लिए घटना से दो दिन पूर्व से ही साजिश रचना शुरू कर
दिया था। 9 सितंबर को आरोपी पति महाबुल अपनी पत्नी ताजेनूर को झांसे में
लेकर घुमाने के बहाने घर से निकला और अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर
बंगाल में ही गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस की पकड़ से बचने के लिए शव
मस्तान चौक मेें लाकर फेक दिया था।
हत्या के बाद अपने पिता को किया था फोन
पकड़े गये आरोपी महाबुल ने अपनी पत्नी ताजेनूर की हत्या के बाद अपने पिता
को फोन पर कहा था कि काम हो गया है। पिता ने कहा कि ठीक है अभी बाहर रहो।
इसके बाद आरोपी फरार हो गया। इधर एसपी के निर्देश पर कोचाधामन थानाध्यक्ष
रंजन कुमार ने वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान कर घटना का उदभेदन किया। उमेश
प्रसाद कांड के आईओ बनाये गये थे। दोनो आरोपियों को गुरूवार को जेल भेज
दिया गया।