
गंदगी व मच्छर से बढ़ा बीमारी का खतरा
शहर में गंदगी और मच्छर का प्रकोप बढ़ने के कारण डायरिया, डेंगू जैसी बीमारी फैलने की आशंका से लोगों की चिंता बढ़ गयी है। शहर की सड़कों पर नाले का पानी बहने के कारण भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद इन समस्याओं को दूर करने के प्रति नगर परिषद उदासीन बना है।
मालूम हो कि पिछले दिनों हुई आफत की बारिश के बाद शहर के अधिकांश क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या खड़ी हो गयी थी। जयपाल पट्टी पूर्वी क्षेत्र, गरीब टोल, तुनियाही, भिरखी नवटोलिया, गोढ़ियारी, मतनजा आदि क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति हो गयी थी। बारिश का दौरान थमने के बाद कई हिस्से से पानी निकल गया लेकिन कई हिस्से में अभी भी जलजमाव की समस्या बनी है। कई दिनों से पानी जमा रहने के कारण प्रभावित क्षेत्रों में मच्छर का प्रकोप काफी बढ़ गया है।
वातावरण संक्रमित होने के कारण लोग डायरिया और डेंगू जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। हालत यह है कि जिले में कई डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि सरकारी आंकड़े के अनुसार जिले में अबतक डेंगू के तीन मरीज ही पाए गए हैं।
जबकि 13 मरीजों को डेंगू होने की शिकायत की गयी थी। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी डेंगू के मरीज इलाज करा रहे हैं। ऐसे स्थिति में डेंगू के मरीजों की संख्या लाजमी है। दूसरी ओर लोग डायरिया की चपेट में भी आ रहे हैं। सदर अस्पताल में हर दिन डायरिया के चार- पांच मरीज भर्ती हो रहे हैं। पीएचसी, सीएचसी के साथ ही निजी अस्पतालों में भी डायरिया के मरीज पहुंच रहे हैं।
जगह- जगह जलजमाव के कारण वातावरण संक्रमित होने के कारण बीमारी फैलने की आशंका से लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। शहर के पश्चिमी बाइपास से मेन रोड जाने वाली सड़क पर बजरंगवली मंदिर के पास जलजमाव होने के कारण लोगों को आवागामन में भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। जलजमाव की समस्या दूर नहीं किए जाने पर लोगों में नगर परिषद के प्रति रोष पनप रहा है। लोगों में इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि जहां पानी सूख रहा है वहां डीडीटी व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हो रहा है।
कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि शहर में जरूरत के अनुसार डीडीटी और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। इस मामले में नप गंभीर है।
स्रोत-हिन्दुस्तान