
मधेपुरा-सहरसा रोड पर आवागमन हुआ मुश्किल
मधेपुरा- सहरसा रोड पर आवागमन लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है। कॉमर्स कॉलेज से शहर के बीपी मंडल चौक तक आरसीडी द्वारा सड़क निर्माण कराया जा रहा है लेकिन पानी का छिड़काव नहीं किए जाने के कारण धूल का गुबार लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। बड़े वाहनों के गुजरने के बाद अंधेरा जैसी स्थिति होने के कारण दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
मालूम हो कि कॉमर्स कॉलेज से शहर के बीपी मंडल चौक तक और राजपुर के पास आरसीडी से करीब 10 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है। सड़क निर्माण पर करीब 13 करोड़ रुपये खर्च किया जाना है। कॉमर्स कॉलेज से मधेपुरा स्टेशन के बीच सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। काफी हद तक सड़क को उखाड़ा जा चुका है। सड़क का चौड़ीकरण करने के लिए जगह- जगह मिट्टी भराई का कार्य भी किया जा रहा है। बीएनएमवी कॉलेज की ओर से सड़क पर मसाला डालने का काम भी शुरू हो गया है।
मधेपुरा- सहरसा रोड पर वाहनों की आवाजाही लगातार बनी रहती है। बड़े वाहनों का दबाव भी अक्सर बना रहता है। बड़े वाहनों के गुजरते ही सड़क पर धूल का गुबार उठने लगता है। हालत यह हो जाती है कि धूल के कारण लोगों के लिए आंख खोले रखना मुश्किल हो जाता है। धूल के कारण दूर तक देखना भी मुमकिन नहीं होता। ऐसी स्थिति में सड़क पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
दूसरी ओर सड़क पर काफी धूल उड़ने के कारण आस- पास के लोगों की परेशानी भी काफी बढ़ गयी है। स्थानीय निवासियों के साथ ही दुकानदारों को भी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। धूल उड़ने के कारण लोगों के लिए दुकानों और घरों में बैठना भी मुश्लिक हो रहा है। बल्कि वातावरण में धूलकण की मात्रा ज्यादा फैलने के कारण सांस के जरिए फेफरे में जाने से सांस संबंधी बीमारी होने का खतरा भी बना रहता है। पिछले आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया था कि मधेपुरा क्षेत्र में दमा, सांस लेने, आंख की बीमारी की चपेट में मधेपुरा के लोग आ रहे हैं।
मालूम हो कि मधेपुरा उदाकिशुनगंज और उदाकिशुनगंज से चौसा के बीच भी सड़क का निर्माण कार्य किश जा रहा है। धूल उड़ने के कारण उन सड़कों से आवाजाही में भी परेशानी उठानी पड़ रही है। सड़क पर पानी का छिड़काव करने की मांग को लेकर कई बार लोग आक्रोश जता चुके हैं। लोगों के आक्रोश को देखते हुए कुछ दिनों तक सड़कों पर पानी का छिड़काव किया गया। कुछ दिनों बाद पानी का छिड़काव फिर से बंद कर दिया गया।
Source-HINDUSTAN