
एनआरसी बिल के समर्थन में एबीवीपी
एनआरसी और कैब बिल के समर्थन में बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। बिल के समर्थन में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शहर के कॉलेज चौक से कर्पूरी चौक तक रैली निकाली। कर्पूरी चौक पर आयोजित नुक्कड़ सभा में वक्ताओं ने कहा कि एनआरसी बिल देश के किसी भी नागरिक के विरोध में नहीं है। एनआरसी बिल को लेकर देश में एक साजिश के तहत भ्रम फैलाया जा रहा है। एनआरसी बिल के समर्थन में निकाली गयी रैली में बुद्धिजीवी वर्ग के लोग भी शामिल हुए।
एबीवीपी कार्यकर्ता दोपहर के वक्त कॉलेज चौक के पास जमा हुए। वहां से रैली की शक्ल में बाजार होते हुए कर्पूरी चौक पहुंचे। वहां पहुंच कर रैली नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गयी। बीएनएमयू के सीनेट सदस्य सह एबीवीपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रंजन यादव यादव ने कहा कि एनआसी और कैब बिल को लेकर एक सोची समझी साजिश के तहत भ्रम फैलाया जा रहा है। समाज के लोगों को गुमराह कर जगह- जगह उपद्रव कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों की राजनीतिक जमीन खिसक गयी है अब वे युवा शक्ति का दुरुपयोग कर नए सिरे से अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करने का कुचक्र कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि लोगों की साजिश बेनकाब होने लगी है। एबीवीपी के जिला संयोजक शशि कुमार यादव ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल का विद्यार्थी परिषद समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि एनआरसी बिल पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश में धार्मिक पहचान के आधार पर उत्पीड़न का शिकार हुए अल्पसंख्यकों की पीड़ा को समाप्त करेगा।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश में रहने वाले हिन्दुस्तान के आमनागरिक को बिल से किसी भी तरह डरने की जरूरत नहीं है। नगर मंत्री आमोद आनंद व नगर सह मंत्री सौरभ यादव ने कहा कि कुछ लोग कैब को लेकर समाज में भ्रम फैलाकर अपनी रोटी सेंकने में लगे हैं। लोगों में यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि कैब लागू हो अमुक लोगों की नागरिकता समाप्त हो जाएगी। जबकि वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नीतीश यादव, ऋषभ कुमार व राजू सनातन ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल से बंगलादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आए हुए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता मिल सकेगी। लेकिन कुछ लोग समाज को गुमराह करने में लगे हुए हैं। मौके पर दिलीप कुमार दिल, राजू कुमार, न्यूटन कुमार, रितिक कुमार, मनीष, अमित, विश्वजीत, पीयूष सागर, कुमार अभिनव, पिंटू यादव, संतोष कुमार राज, पिं्रस कुमार, चंदन कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विचार व्यक्त किये।
Source-HINDUSTAN