
स्कूल गेट के सामने फेंका जा रहा कचरा
मेला ग्राउंड के रामजी दास मिडिल स्कूल के गेट पर कचरे का ढेर लगा हुआ है। स्कूल के गेट पर बने दोनों ओर कच्चे नाले के सड़ांध से निकल रही बदबू से छात्र और शिक्षक परेशान हैं।
स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाते हुए मेला ग्राउंड के दुकानदार मना करने के बावजूद भी कच्चे नाले के पास कचरा फेंक रहे हैं और नाले में गंदे पानी का बहाव कर रहे हैं। स्थिति यह है कि किचन शेड के बगल से निकले गंदे नाले के बदबू से कभी-कभी एमडीएम खा रहे बच्चों को उबकाई भी आती है।
नाले में सुअरों और आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। इतना ही नहीं स्कूल आने वाले मार्ग से भी सड़ांध के बीच छात्र-छात्राएं स्कूल आने को विवश हैं। दुकानदार इन सड़कों पर हर रोज सड़े सामानों और कचरे के साथ गंदे पानी को सड़क पर फेंकते रहते हैं।
आश्चर्य इस बात का है कि इस मार्ग से जिम्मेदारों का स्कूल आना लगा रहता है, लेकिन किसी का भी ध्यान इस गंदगी पर नहीं जा रहा है। बच्चे इस गंदगी के बगल से होकर हर दिन स्कूल पढ़ने आते हैं। यहां से निकलने वाली बदबू से बच्चे और शिक्षक भी परेशान हैं। मलेरिया और डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी का भय हमेशा बना रहता है। खास बात यह है कि यहां कूड़ा कचरा भी वही लोग फेंक रहे हैं, जिनमें कुछ लोगों के बच्चे भी स्कूल में पढ़ने आते हैं। उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि उन्हीं के बच्चे गंदगी के माहौल में रहकर बीमार पड़ सकते हैं।
उधर, बीईओ पूनम सिन्हा ने बताया कि स्कूल का निरीक्षण किया जाएगा। नाले की अगर उपयोगिता नहीं है तो इसको हर हाल में भर दिया जाएगा।
स्रोत-हिन्दुस्तान