प्रदीप कुमार नायक स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार सभ्यता के आदिकाल से आजतक के इतिहास को देखा जाय तो आप पाएंगे कि वैश्विक स्तर पर जो भी घटनाएं घटी, परिवर्तन हुआ,दिशाएं बदली,दशा बदले उसके एक ही कारण “संगठन” परिलक्षित होते हैं।विश्व में जितने भी राष्ट्र हैं,वे अपनी राष्ट्रीय छवि को बनाने तथा सुधारने के लिए आंदोलन किए, क्रान्ति किए और दृश्य …