आज है धनतेरस, सोना खरीदने से पहले जानें सेहत के लिए इसके फायदों के बारे में…
25 अक्टूबर के दिन धनतेरस है. धन की देवी लक्ष्मी जी की पूजा दिवाली (Diwali 2019) के दिन की जाती है. इससे ठीक दो दिन पहले धनतेरस (Dhanteras 2019) मनाया जाता है. माना जाता है कि धनतेरस से ही दिवाली (Diwali 2019) की शुरुआत होती है. त्योहारों का सीजन चल रहा है. हाल ही में करवा चौथ, अहोई अष्टमी के बाद अब 25 अक्टूबर, 2019 को धनतेरस (Dhanteras 2019) का त्योहार मनाया जाएगा. इसके बाद 26 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी. फिर 27 अक्टूबर को दिवाली. दिवाली के अगले दिन 28 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) और 29 अक्टूबर, 2019 को भाईदूज (Bhai Dooj 2019) मनाया जाएगा. दिवाली 5 त्योहारों से मिलकर बना एक पर्व है. जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है. अगर आप सोच रहे हैं कि धनतेरस क्यों मनाते हैं तो आपको बता दें कि माना जाता है कि इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धनवंतरी अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे. क्योंकि धनवंतरी आयुर्वेद लेकर आए थे, इसलिए उन्हें औषधि का जनक भी माना जाता है. इस दिन धन के देवता भगवान कुबेर की भी पूजा की जाती है और सोना खरीदना इस दिन शुभ माना जाता है.
धनतेरस पर सोना या सोने से बनी चीजों को खरीदना शुभ माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते है कि सोना पहनने भी जितना सुंदर लगता है उससे कहीं ज्यादा वह आपकी सेहत को फबता है… कैसे, तो जनाब आयुर्वेद में सोने को कई तरह से दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है. जी हां, आपने सही पढ़ा. असल में सोना स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है. दवाईयों के साथ-साथ कई मिठाईयों पर सोने के वर्क का इस्तेमाल किया जाता है. तो चलिए आज जानते हैं सोने के सेहत को होने वाले फायदों के बारे में.
क्या होते हैं सोने के फायदे
आयुर्वेद में सोने की भस्म खाकर आप स्वस्थ रह सकते हैं. सोने में बहुत से गुण होते हैं. सोना स्वास्थ्य के लिए अच्छा रसायन और बल्य औषधि है. आयुर्वेद में सोने का इस्तेमाल औषधी बनाने में किया जाता है. डॉक्टर रुचि गर्ग का कहना है कि होम्योपैथी में ऑरोमेटिकम नाम की दवाई को बनाने में सोने का इस्तेमाल किया जाता है जो अवसाद (Depression), ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने के साथ-साथ अर्थराइटिस में इसके सेवन की सलाह दी जाती है. स्वर्ण भस्म को आयुर्वेदिक विधियों जैसे शोधन, मारण, पुट वगैरह में इस्तेमाल किया जाता है. डॉक्टर गर्ग ने बताया कि सोने से बनी इस दवाई को इमोशनल एनर्जी, बॉडी स्ट्रेंथ, मैमोरी को इंप्रूव करने के लिए दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सोना की पॉजिटिव एनर्जी तो रहती ही है साथ ही भावनात्मक रूप से भी सोना को बेहतर होता है.
आयुर्वेद में सोने को स्किन प्रॉब्लम्स, हृदय, रक्त शुद्धिकरण, मानसिक स्वास्थ्य और बॉडी टेंपरेचर और ब्लड फ्लो के लिए भी लाभकारी माना जाता है.
– माना जाता है कि सोने की भस्म शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रखने और उनकी क्षमता को बढ़ाने में मददगार होती है.
– सोने की भस्म का इस्तेमाल किसी पुरानी बीमारी को ठीक करने के लिए भी किया जाता है.
– मानसिक रोगों के इलाज में भी स्वर्ण भस्म का इस्तेमाल किया जाता है.
– होम्योपैथकि डॉक्टर स्वाति भाद्वाज के अनुसार सोने से तैयार की जाने वाले कुछ दवाएं होती हैं. ये दवा याददाश्त, एकाग्रता और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती हैं.
स्रोत-NDTV