वो मोबाइल ऐप क्या? जिससे आवाज बदल छात्राओं को फंसाया, 7 रेप करने वाले पर चौंकाने वाला हुआ खुलासा
Sidhi Rape Case : एमपी के सीधी में आरोपियों ने तकनीकी का इस्तेमाल कर 7 आदिवासी छात्राओं के साथ रेप किया। इस मामले में चार पीड़ितों ने थाने में शिकायत की। इस पर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच की और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आइए जानते हैं कि आरोपियों ने किस तकनीकी का उपयोग किया था?
मध्य प्रदेश में आदिवासी छात्राओं के साथ रेप करने का मामला सामने आया है। आरोपी मोबाइल ऐप के जरिए पहले लड़कियों को फंसाते थे और फिर सुनसान जगहों पर बुलाकर उनके साथ रेप करते थे। रेप की घटना अबतक 7 लड़कियों के साथ हो चुकी है। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आइए जानते हैं कि कौन सा है वो मोबाइल ऐप?
तकनीकी का इस्तेमाल कर लड़कियों से करता था रेप
लड़कियों को फंसाने के लिए आरोपी वॉइस चेंजर कॉलिंग ऐप का इस्तेमाल करते थे। आरोपी इस मोबाइल ऐप के जरिए छात्राओं से महिला की आवाज में बात करते थे और उन्हें स्कॉलरशिप दिलाने का झांसा देते थे। आरोपी इतने शातिर थे कि वो स्कूल की शिक्षिका रंजना मैडम के नाम से बात करते थे। इस पर लड़कियां भी झासे में आ जाती थीं। इसके बाद आरोपी बारी-बारी करके छात्राओं को सुनसान जगहों पर बुलाते थे और फिर हवस का शिकार बनाते थे। इसके बाद आरोपी द्वारा छात्राओं का मोबाइल भी रख लिया जाता था। आरोपियों ने अबतक सात आदिवासी लड़कियों के साथ रेप किया है।
आरोपियों के पास से 16 मोबाइल बरामद
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में स्थित मझौली थाना क्षेत्र का यह मामला है। इस मामले में अनुसूचित जनजाति की छात्राओं को शिकार बनाया गया। 4 पीड़ित छात्राओं की शिकायत पर मझौली थाने की पुलिस ने जांच की तो मामले की सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 16 मोबाइल बरामद किए गए हैं।
इस मामले में कौन-कौन हुआ गिरफ्तार
रीवा जोन के आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने शनिवार को इस माामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि चार छात्राओं ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति और उसके साथी राहुल प्रजापति, संदीप प्रजापति, लवकुश प्रजापति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
ऐसे हुई आरोपी की पहचान
आईजी ने बताया कि आरोपी पहले प्राइवेट नौकरी करता था। इस दौरान उसका हाथ जल गया था। वह अबतक कल्याण, जबलपुर और नासिक में नौकरी कर चुका है। हाथ जले के निशान के आधार पर ही आरोपी की पहचान हुई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।