मोदी सरकार कितने दिन चलेगी? प्रशांत किशोर ने बताया, गिना दीं BJP की मजबूरियां
गांधी जयंती के दिन पटना में पार्टी के लॉन्चिंग कार्यक्रम से पहले प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को सीधे टारगेट पर लेना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही प्रशांत किशोर नीतीश को लेकर बीजेपी की मजबूरियां भी गिनाई हैं।
Prashant Kishor News: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने नरेंद्र मोदी सरकार को लेकर बड़ा दावा किया है। प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की लोकप्रियता घटी है। अपने तीसरे कार्यकाल में नरेंद्र मोदी कितने समय तक प्रधानमंत्री रहेंगे, ये जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड, बंगाल, असम, तमिलनाडु और बिहार के नतीजों से तय होगा। बता दें कि जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और बिहार के चुनाव दिसंबर 2025 से पहले होंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर बीजेपी के खिलाफ फैसला आता है, तो निश्चित तौर पर सरकार की स्थिरता को लेकर सवाल उठेंगे। अगर बीजेपी इन राज्यों में अच्छा करती है तो उसकी सत्ता बरकरार रह सकती है। 2 अक्टूबर को पार्टी की लॉन्चिंग से पहले प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी की मजबूरी है कि वह नीतीश कुमार को सत्ता से नहीं हटा सकती।
प्रशांत किशोर ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि बीजेपी बिहार में नीतीश कुमार को सीएम का चेहरा बनाकर चुनाव नहीं जीत सकती है। और उसकी मजबूरी है कि वह नीतीश कुमार को चीफ मिनिस्टर की कुर्सी से नहीं हटा सकती, क्योंकि दिल्ली में सरकार चलाने के लिए बीजेपी को नीतीश कुमार की जरूरत है।
इससे एक दिन पहले प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि बिहार में शराबबंदी, जमीन सर्वे और स्मार्ट मीटर का मुद्दा नीतीश कुमार की सत्ता की ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। दरअसल प्रशांत किशोर बिहार चुनाव की तैयारी में जुटे हैं और नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर हैं। प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह अपनी पार्टी के नेता नहीं होंगे, बल्कि कोई दलित उनकी पार्टी का नेता और चेहरा होगा।
प्रशांत किशोर ने शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। साथ ही बिहार की जनता को राइट टू रिकॉल कानून देने का भी वादा किया है।
जेडीयू ने प्रशांत किशोर के खिलाफ मोर्चा
बिहार चुनाव की तैयारियों में लगी जेडीयू ने भी प्रशांत किशोर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा ने सोमवार को प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि जन सुराज के नेता का काम पोस्टर बैनर लगाने का रहा है। राजनीति में आने के बाद ही उन पर बात होगी।
वर्मा ने प्रशांत किशोर की विचारधारा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो भी बड़ा नेता चुनाव जीतने वाला था, उसी के साथ चिपककर प्रशांत किशोर ने अपनी पहचान बनाई है। इससे पहले जेडीयू ने प्रशांत किशोर के 2 अक्टूबर के कार्यक्रम की लोकेशन गांधी मैदान से वेटनरी कॉलेज ग्राउंड शिफ्ट होने पर भी तंज कसा था और कहा था कि ये प्रशांत किशोर की पहली हार है।