
अमेरिका में कोविड-19 महामारी से मरने वालों का आंकड़ा गुरुवार को 34 हजार के करीब पहुंच गया है। जबकि 6.66 लाख से अधिक संक्रमित हुए हैं। इस बीच अमेरिका में 33.42 लाख से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है। यह संख्या दुनिया के कुल संक्रमण के सक्रिय मामलों 14.58 लाख की दोगुनी से भी अधिक है। अमेरिका में न्यूयॉर्क राज्य कोरोना वायरस का गढ़ बना हुआ है जहां गुरुवार को कुल मामलों की संख्या 2,26,343 हो गई है जबकि इनमें 16,251 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, न्यूजर्सी में अब तक 3,518 और मिशिगन राज्य में 1,921 लोगों ने इस संक्रमण से जान गंवाई है।
48 से अधिक जांच प्रक्रियाओं को मंजूरी दी :
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने दुनिया के मुकाबले सबसे तेजी से और सटीक जांच प्रणाली विकसित की और वह 33 लाख से अधिक लोगों की जांच कर चुका है। उन्होंने कहा, अभी तक हमने कोरोना वायरस की 48 अलग-अलग जांचों को मंजूरी दी और एफडीए हमारी क्षमता को और बढ़ाने के लिए 300 कंपनियों तथा प्रयोगशालाओं के साथ काम कर रहा है। हम उपचार और इलाज विकसित करने पर भी तेजी से काम कर रहे हैं।
क्या है स्थिति
– अमेरिका में 6.66 लाख कुल मामले सामने आए संक्रमण के अब तक
– देश में कुल मौतों आंकड़ा 34 हजार के करीब पहुंचा
– ट्रंप बोले, कई देश मौतों के सही आंकड़े छिपा रहे हैं
– राज्यों से परामर्श पर देश खोलने के नए दिशा-निर्देश जारी होंगे
– मिशिगन राज्य में सैकड़ों लोगों ने सख्त लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन किया
– एच-1 बी और जे-1 वीजा के सख्त नियम बने परेशानी का सबब
ऐसी है अमेरिका की स्थिति :
कुल मामले : 6,66,949
मौतें : 33,875
स्वस्थ : 57,189
जांच : 33,42,453
हजार से अधिक मौत वाले राज्य/शहर :-
क्र.सं. राज्य मामले मौतें
न्यूयॉर्क 2,26,343 16,251
न्यूजर्सी 75,317 3,518
मिशिगन 28,059 1,921
लुईसयाना 22,532 1,156
मैसाचुसेट्स 29,918 1,108
बुरा दौर निकल चुका है, जल्द देश खोलेंगे : ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका सबसे बुरे दौर से निकल चुका है और कुछ राज्यों को इस महीने से फिर से खोला जा सकता है। देश को फिर से खोलने पर नए दिशा-निर्देश राज्यों से बात करने के बाद घोषित किए जाएंगे। एक मई की संभावित तारीख है लेकिन, उससे पहले ही हालात सामान्य हो सकते हैं। ट्रंप ने आरोप लगाया कि अन्य देश अपनी मृत्यु दर के बारे में झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने चीन का जिक्र करते हुए कहा, क्या कोई इनमें से कुछ देशों की संख्या पर वाकई यकीन करता है?
मिशिगन में लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन :
अमेरिका के मिशिगन राज्य के लोगों ने घर में रहने और व्यवसायों को बंद रखने के गवर्नर ग्रेचेन व्हिमर के आदेश को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। इस आदेश का विरोध करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया और बुधवार को राजधानी लांसिंग की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। सैकड़ों प्रदर्शनकारी पोस्टर लहरा रहे थे, जिनमें लिखा था, गवर्नर व्हिमर हम कैदी नहीं हैं। मिशिगन के लोग ग्रेचेन के खराब रवैये के खिलाफ हैं। डेमोक्रेट गवर्नर व्हिमर ने 30 अप्रैल तक लोगों को घर में रहने और स्कूलों और गैर-जरूरी व्यवसायों को बंद करने का आदेश दिया है। राज्य में करीब दो हजार लोग जान गंवा चुके हैं।
एच-वन बी और जे-वन वीजा नियमों से आई परेशानी :
अमेरिका में भारत समेत अन्य देशों के कर्मचारियों के लिए एच-1 बी और जे-1 वीजा में कुछ तय नियम कोरोना संकट में परेशानी का सबब बन गए हैं। सख्त नियमों की वजह से ऐसे वीजा रखने वाले डॉक्टर कुछ तय जगहों के बाहर इस संकट के समय में भी सेवा दे पाने में असमर्थ हैं। एच-1बी और जे-1 वीजा रखने वाले चिकित्सकों को खास मान्यता वाले स्थानों के बाहर सेवा देने की अनुमति नहीं है। सांसदों ने अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन एजेंसी (यूएससीआईएस) के कार्यवाहक निदेशक केन कुकीनेली को पत्र लिखा है और इन प्रतिबंधों को लोक स्वास्थ्य संकट के समय हटाने की मांग की है। सांसदों का कहना है कि महामारी से निपटने के लिए डॉक्टर उपलब्ध हो पाएं, इसके लिए इनमें छूट जरूरी है। एच-1बी वीजा वैसे तो ज्यादातर आईटी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय है लेकिन, यह वीजा विदेश के डॉक्टरों को भी जारी किया जाता है।
Source – Hindustan