अब मरीजों को खोजकर विभाग करेगा इलाज
स्वास्थ्य विभाग पांच प्रकार के रोगों से ग्रस्त रोगियों को खोजेगी। रोगियों का त्वरित जांच कराएगी। इसके बाद इलाज करेगी। इस प्रकार का काम पहली नंबर से शुरू हो जायेगी।
इस योजना को सफल बनाने के लिए गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के 16 पीएचसी के एमओआईसी और संबंधित डाक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बतौर प्रशिक्षक सह जिला प्रतिरक्षण पदािाकारी डा. एपी साही ने बताया कि वैक्सीन से बचाव वाले बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को खोजना है।
एएफपी एक्यूट फलेसिड पारालिसिस, खसरा, डिप्थीरिया, पारट्यूसिस एवं नवजात टेटनस रोग से ग्रस्त रोगियों को खोजें और उनका जांच कराने के बाद इलाज कराएं।
मौके पर उक्त रोगों के लक्षण से अवगत कराते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डा. अन्नया विश्वास ने कहा कि एएफपी रोग का लक्षण के बारे में बताया कि छह माह के क्रम में 15 वर्ष तक का कोई भी बच्चा जिसका कोई भी अंग किसी भी कारण से अचानक लुंज पुंज हो जाता है।
रोगी का हाथ का झुक जाना, गर्दन झुकना, लड़खराना, शक्ति की कमी होना आदि प्रमुख लक्षण है। खसरा रोग होने पर बच्चा को बुखार के साथ चकत्ते, लाल दाना हो एवं खांसी बहती नाक या लाल आंखे इनमें से कोई भी लक्षण दिखता है।
स्रोत-हिन्दुस्तान