
मुसलमानों को लालू ठगते रहे!” — किशनगंज से PK का तीखा हमला, तेजस्वी की चुप्पी अब तक क्यों?
बिहार चुनाव 2025 से पहले सियासत में ज़बरदस्त उबाल आ गया है। किशनगंज की रैली में प्रशांत किशोर (PK) ने राजद और लालू यादव पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि “30 सालों से मुसलमानों को सिर्फ इस्तेमाल किया गया, उनके नाम पर वोट लिया गया लेकिन बदले में मिला क्या?”
PK का बड़ा बयान: “मुसलमान केरोसिन हैं, रोशनी कहीं और हो रही है”
जन सुराज अभियान के तहत किशनगंज के पौवाखाली हाई स्कूल मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए PK ने कहा:
“मुसलमान भाजपा के डर से लालटेन को वोट देता है। लेकिन न विकास मिला, न राजनीतिक ताकत। मुसलमान सिर्फ केरोसिन बनकर लालटेन में जलता रहा, रोशनी कहीं और हुई।”
लालू यादव पर सीधा निशाना
PK ने लालू यादव और राजद पर हमला करते हुए कहा:
“राजद खुद को मुसलमानों का रहनुमा बताती है, लेकिन 30 सालों में आपने उनके लिए किया क्या?”
उन्होंने सवाल उठाया कि “क्या सिर्फ डर दिखाकर वोट लेना राजनीतिक नेतृत्व है?”
“अब बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट दो”
प्रशांत किशोर ने मुसलमानों और अन्य वोटर्स से अपील की कि इस बार वोट चेहरे पर नहीं, मुद्दे पर करें। उन्होंने कहा:
“आपके बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे, युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही — अब जाति और डर की राजनीति को छोड़ो और अपने हक़ के लिए वोट दो।”
तेजस्वी यादव की चुप्पी सवालों के घेरे में
PK के तीखे हमले के बाद तेजस्वी यादव की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि PK की बातों का असर सीमांचल के मुस्लिम वोटर्स पर पड़ सकता है, जो राजद का पारंपरिक वोट बैंक माने जाते हैं।
क्या PK की रणनीति राजद को सीमांचल में मुश्किल में डाल देगी?
बिहार की राजनीति में सीमांचल एक अहम भूमिका निभाता है। यहां की आबादी में मुस्लिम वोटर निर्णायक ताकत रखते हैं। ऐसे में PK की यह बयानबाज़ी राजद की रणनीति को चुनौती देती नजर आ रही है।
अब सबकी निगाहें तेजस्वी यादव पर हैं। क्या वो PK के आरोपों का जवाब देंगे या चुप्पी ही उनकी रणनीति होगी?