हर हाल में करें प्रायोगिक कक्षाओं का संचालन
बीएनएमयू के प्रति कुलपति डॉ. फारुक अली ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय स्थित गृहविज्ञान विभाग में प्रायोगिक कक्षा का संचालन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को दूध से कैसीन निकालने का प्रयोग बताया। उन्होंने बताया कि हल्के गर्म दूध में थोड़ा ऐसीडिक एसिड डालना है। उन्होंने विभागाध्यक्षों से प्रायोगिक कक्षाओंे का संचालन करने का निर्देश दिया।
इससे दूध फट जाता है और कैसिनो निकल जाता है, उसे कपड़े से छान लिया जाता है। छानने के बाद उसे सोखते कागज पर रगड़ कर सूखा लेना है। प्रति कुलपति ने बताया कि मवेशी के दूध में मौजूद प्रोटीन को केसीन और मां के दूध में मौजूद प्रोटीन को लेक्टएलगोमिन कहते हैं। इसके अलावा अंडे में मौजूद प्रोटीन को एलगोमिन कहते हैं। उन्होंने बताया कि कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं वसा उर्जा के प्रमुख श्रोत हैं।
प्रति कुलपति ने बताया कि बीएनएनयू के कोसी एवं पूर्णियां प्रमंडल के सभी स्नातकोत्तर विषयों की प्रायोगिक परीक्षा नार्थ कैंपस से संबंधित स्नातकोत्तर विभागों में 16 से 21 अक्टूबर तक होगी। इसके पूर्व सभी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य प्रायोगिक अभ्यास कक्षा चल रही है। इसमें कोसी एवं पूर्णियां दोनों प्रमंडल के छात्र उपस्थित हो रहे हैं। यह वर्ग 15 अक्तूबर तक संचालित होगी। जो विद्यार्थी इसमें शामिल नहीं होंगे, उन्हें प्रायोगिक परीक्षा में सम्मिलित नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने विभागाध्यक्षों को निदेशित किया कि वे अपने-अपने विभागों में बैच बनाकर प्रायोगिक कक्षाओं का संचालन करें। एक बैच में अधिकतम तीस विद्यार्थियों को रखा जाएगा। इस अवसर पर गृहविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. रीता सिंह, डॉ. विमला कुमारी, पीआरओ डॉ. सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे । मालूम हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन शिक्षण-प्रशिक्षण एवं शोध की गुणवत्ता में सुधार हेतु प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में गत दिनों कुलपति ने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को संदेश देने हेतु वनस्पति विज्ञान विभाग में कक्षा का संचालन किया। इसी को आगे बढ़ाते हुए प्रति कुलपति ने गृह विज्ञान में प्रायोगिक कक्षा संचालित की।