पुलिस के खिलाफ भड़का गुस्सा, दो दिन बवाल
पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ लोगों का गुस्सा ऐसा भड़का कि दो दिनों तक बवाल होता रहा। पहले मंगलवार और फिर बुधवार को सड़क जाम कर लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और छातापुर थानाध्यक्ष राघव शरण को अविलंब हटाने की मांग की।
उधर, लोगों के आक्रोश और आंदोलन को देखते हुए एसपी ने छातापुर थानाध्यक्ष का प्रभार फिलहाल सुरेश राम को दिया है। दरअसल सोमवार की देर शाम हाई स्कूल के पास बाइक की ठोकर से एक बच्ची जख्मी हो गई थी। हादसे के बाद चालक बाइक छोड़कर फरार हो गया। ग्रामीणों ने उसकी बाइक जब्त कर ली थी।
मंगलवार को थानाध्यक्ष राघव शरण दल बल के साथ वहां पहुंचे और बाइक लेने के लिए घायल बच्ची के घर गए। वहां परिजनों और थानाध्यक्ष के बीच नोक-झोंक हो गई। परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने ग्रामीण और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार भी किया। इसी बीच कुछ ग्रामीणों की पुलिसकर्मियों से हाथापाई भी हो गई।
लोगों की माने तो थानाध्यक्ष पर भी लप्पड़-थप्पड़ चलाए गए। इसके बाद वहां बड़ी संख्या में पहुंची पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। लाठी चार्ज में महिलाओं सहित लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों को ग्रामीणों ने अस्पताल भेजा। आरोप है कि कुछ निर्दोष को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। लाठी चार्ज के विरोध में ग्रामीणों ने पहले चुन्नी चौक और फिर हाई स्कूल के पास एसएच को जाम कर दिया।
इंस्पेक्टर सुरेश राम को मिला प्रभार: एसपी मृत्यंुजय कुमार चौधरी ने बताया कि छातापुर थाना का प्रभार इंस्पेक्टर सुरेश राम को तत्काल प्रभाव से दिया गया है। निवर्तमान थानाध्यक्ष राघव शरण के खिलाफ ग्रामीणों का आवेदन मिला है। एसडीपीओ को जांच करने को कहा गया है। कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही मामले में कोई कार्रवाई की जा सकेगी।
स्रोत-हिन्दुस्तान