
मधेपुरा से विकास कुमार की रिपोर्ट
बिहार/मधेपुरा:-सुशासन बाबू के राज्य में दुष्कर्म का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है, 12 साल की मासूम बच्ची बनी दुष्कर्म का शिकार, बेलारी ओ०पी० पुलिस प्रशासन के द्वारा दुष्कर्म के मामले को लीपापोती कर बनाया गया छेड़खानी का मामला। बताते चलें कि दुष्कर्म पीड़िता की मजबूर मां ने प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार, पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए दुष्कर्म पीड़िता की मां को डॉट फटकार लगाते हुए दुष्कर्म मामले को जानबूझकर बनाया छेड़खानी का मामला।
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि मधेपुरा जिला के कुमारखंड थाना अंतर्गत बेलारी ओ०पी० क्षेत्र के रानीपट्टी गांव मे एक वहशी दरिन्दे ने (12) बारह वर्षीय किशोरी के साथ लीची देने का प्रलोभन देकर पटवा खेत में ले जाकर मुंह बंद कर जबरन दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। वहशी दरिंदे ने 12 वर्षीय किशोरी को धमकी दिया कि तुम किसी को अगर कुछ बताओगी तो जान से मार देंगे। वहशी दरिंदे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने गई मां-बेटी को ओ०पी० अध्यक्ष ने तो पहले डांटकर भगा दिया फिर बाद में दोबारा जाने पर घटना को छेड़खानी बता कर दर्ज कर लिया। कथित रूप से दर्ज छेड़खानी मामले की बडी मशक्कत के बाद मेडिकल जांच कराए जाने पर दुष्कर्म की पुष्टि हुई।
मिली जानकारी के अनुसार बीते कुछ दिन पहले रानीपट्टी वार्ड न०-10 में एक मनचले युवक द्वारा बाड़ी-बाड़ी से आधे दर्जन नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म जैसी घटना को परिजनों द्वारा लोक लज्जा के कारण दबा दिए जाने बाद बीते बुधवार की शाम करीब 7:00 बजे उसी युवक द्वारा पड़ोस की 12 वर्षीय नाबालिग को लीची का प्रलोभन देकर हवस के शिकार बनाने का मामला प्रकाश में आया है।
सफ़ेदपोश और भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारी के सांठ-गांठ से इस मामले को दबाने का भरपूर प्रयास किया गया, परन्तु पीड़ित किशोरी की माँ ने दुष्कर्मी के विरुद्ध बेलारी ओ०पी० में दुष्कर्मी दरिंदे के खिलाफ आवेदन दिया तो ओ०पी० अध्यक्ष टी० एन० शर्मा द्वारा आवेदन बदलवाकर छेड़खानी के धरा में प्राथमिकी दर्ज किये जाने हेतु कुमारखंड थाना भेज दिया गया। थाना से प्राथमिकी की प्रति प्राप्त करने पर दुष्कर्म के बदले छेड़खानी का मामला देख पीड़िता की माँ समेत ग्रामीण आश्चर्यचकित हो गये। ओ०पी० अध्यक्ष टी० एन० शर्मा के इस घृणा कृत की जानकारी पुलिस कप्तान एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को देकर इन्साफ की गुहार लगाई। पुलिस कप्तान के निर्देश पर ओ०पी० अध्यक्ष टी० एन० शर्मा द्वारा किशोरी का मेडिकल जांच करवाया गया तो वहां दुष्कर्म की पुष्टि हुई। दुष्कर्म की पुष्टि होते ही गाँव के लोगों तक नाबालिग पुत्री के साथ के घटना होने की पोल खुलने लगी। उसके बाद पीड़ित के माँ पर भी मामला वापस लेने के लिए काफी दबाव दिए जाने की बात सामने आई है। किशोरी की माँ, बेटी को इंसाफ दिलाने और दुष्कर्मी युवक सजा दिलाने की बात कही है। इस सम्बन्ध में पीड़िता एवं उनकी माँ ने पुलिस कप्तान समेत पुलिस के आला अधिकारी को आवेदन भेजकर बिनती के साथ न्याय की गुहार लगाई है