
टूटी गर्दन, 15 फ्रैक्चर, पसलियों के टुकड़े; छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की डराने वाली ऑटोप्सी रिपोर्ट
Mukesh Chandrakar Autopsy Report: मुकेश चंद्राकर की ऑटोप्सी रिपोर्ट सामने आ गई हे, जिसमें डॉक्टरों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार मुकेश को बड़ी बेरहमी से मारा गया। उसके शव की हालत देखने लायक भी नहीं थी। आइए जानते हैं कि रिपोर्ट क्या कहती है?
Mukesh Chandrakar Autopsy Report: ठेकेदार के घोटालों का पर्दाफाश करने वाले छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकार को कितनी बेरहमी से मारा गया था, इसका सबूत उसकी ऑटोप्सी रिपोर्ट है। 28 साल के पत्रकार की लाश सेप्टिक टैंक में मिली थी, लेकिन उसकी लाश का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का भी दिल दहल गया मुकेश की हालत देखकर। डॉक्टरों ने कहा कि 12 साल के करियर में उन्होंने ऐसा मामला कभी नहीं देखा।
रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मुकेश को 2 या 2 से अधिक लोगों ने मिलकर मारा और बड़ी क्रूरता से उसकी हत्या की। पोस्टमार्टम करते समय मुकेश के सिर पर 15 फ्रैक्चर मिले। गर्दन टूटी हुई थी और उसका दिल शरीर से बाहर निकला हुआ था। जिगर के 4 टुकड़े हो चुके थे। 5 पसलियां टूटी हुई थीं। बता दें कि 3 दिन से लापता मुकेश की लाश जब सेप्टिक टैंक में मिली तो उसकी हालत देखने लायक भी नहीं थी। कपड़ों से परिजनों ने शव की पहचान मुकेश के रूप में की।
सुरेश की प्रॉपर्टी में ही मिली मुकेश की लाश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश चंद्राकर के हत्यारोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को पुलिस ने हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया है। सुरेश चंद्राकर को रविवार को हैदराबाद से विशेष जांच दल (SIT) ने दबोचा। सुरेश चंद्राकर ही मुकेश की हत्या का मास्टरमाइंड है, क्योंकि पत्रकार मुकेश ने उसके भ्रष्टाचार में लिप्त होने का खुलासा किया था। 3 जनवरी को वारदात का खुलासा होने के बाद से ही वह फरार था। मुकेश चंद्राकर एक जनवरी को लापता हो गया था।
3 जनवरी को स्थानीय समाचार चैनल में काम करने वाले मुकेश चंद्राकर का शव सुरेश चंद्राकर की एक प्रॉपर्टी में एक सेप्टिक टैंक में मिली थी। सुरेश पर ही हत्या करने का शक सीधा इसलिए गहराया, क्योंकि मुकेश ने हाल ही में सुरेश के खिलाफ छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया था। मुकेश ने खुलासा किया था कि बस्तर में 120 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजना में अनियमितता बरती गई।
मुकेश को मारने की धमकियां दे रहा था सुरेश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश के इस खुलासे के बाद राज्य सरकार ने ठेकेदार सुरेश की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी थी। इस बीच एक जनवरी को मुकेश गायब हो गया और 3 जनवरी को सुरेश की प्रॉपर्टी में उसकी लाश मिली तो पुलिस और मुकेश के परिजनों को सुरेश पर ही हत्या करने का शक हुआ। इसलिए मुकेश के बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट में सुरेश के खिलाफ हत्या की धाराएं जोड़ने की मांग की।
पुलिस मामले में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें सुरेश चंद्राकर, उसके भाई दिनेश चंद्राकर और रितेश चंद्राकर शामिल हैं। आरोप हैं कि घोटाले का खुलासा करने के बाद से ही सुरेश लगातार मुकेश को धमका रहा था। उसे सबक सिखाने और जान से मारने की धमकी दे रहा था।